. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
Devotees who chant these verses with powerful enjoy develop into prosperous because of the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to possess youngsters, have their wants fulfilled soon after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।
करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
O Superb Lord, consort of Parvati You are Shiv chaisa most merciful. You mostly bless the inadequate and pious devotees. Your stunning type is adorned Together with the moon in your forehead and in your ears are earrings of snakes’ Hood.
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया